"जानि राम सेवा सरस, समुझि करब अनुमान।
पुरुषा ते सेवक भए, हर ते भे हनुमान॥"
मेरठ से युवा भाजपा नेता शुभम कौशिक ने बताया कि आज श्री राम जी की जन्मस्थली के अद्भुत दर्शन के बाद श्रीराम भक्त हनुमान जी के दुर्लभ दर्शन (हनुमान गड़ी-अयोध्या) में करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ एवं साथ में परमपूजनीय सुधांशु जी महाराज जी का आशीर्वाद भी प्राप्त हुआ.
बताते चले कि हनुमान गढ़ी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अयोध्या नगर में स्थित हनुमान जी को समर्पित एक 10वीं शताब्दी का हिन्दू मन्दिर है। यह शहर के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों के साथ-साथ अन्य मंदिरों जैसे नागेश्वर नाथ और निर्माणाधीन राम मंदिर में से एक है। प्राचीन सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी को अधोध्या का सबसे प्रसिद्ध हनुमान मंदिर माना जाता है। कहते हैं कि ये वहीं जगह है जिसे भगवान राम ने लंका से लौटने के बाद अपने प्रिय भक्त हनुमान को रहने के लिए दी थी। इस मंदिर की स्थापना करीब 300 साल पहले स्वामी अभयराम जी ने की थी।
अयोध्या की सरयू नदी के दाहिने तट पर ऊंचे टीले पर स्थित है हनुमानगढ़ी मंदिर. मंदिर तक पहुंचने के लिए भक्तजनों को 76 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. कहते हैं यहां बजरंगबली के दर्शन किए बिना रामलला की पूजा अधूरी मानी जाती है. हनुमानगढ़ी भगवान बजरंगबली का घर कहा गया है.