महादेव के भक्तों का इस बार सौभाग्य अधिकमास के रूप में आया है। खूब आनन्द और उत्साह से शिवाराधना करने को महादेव का भक्ति रूपी अमृत मिलेगा। वैसे तो सम्पूर्ण पृथ्वी ही देवाधिदेव का स्वरूप है और काशी का आनन्द तो ऐसा है कि चार नहीं 4 करोड़ लोग आने के लिए मजबूर हो जाएं।
मेरे महादेव सभी को सुलभ हैं, जो विश्व के त्याज्य लोग हैं महादेव उनको भी अपनी शरणागति दे देते हैं। आदि शंकराचार्य से लेकर गोस्वामी तुलसीदास से होते हुए अभी इस समय पूज्य प्रेमानंद महाराज जी तक सभी ने काशी का सेवन किया और महादेव जी, माता अन्नपूर्णा देवी से अविरल भक्ति का कृपा प्रसाद प्राप्त किया। हमें भी इस सुअवसर को व्यर्थ न जाने देना चाहिए।
बम-बम, नमः पार्वती पतये, हर हर महादेव के जयकारों से सभी देवायलों को गुंजायमान कर देना चाहिए, गंगा स्नान कीजिए, महादेव जी का जल अभिषेक कीजिए, नाम जप कीजिए और भंडारों का आनन्द अवश्य लें। व्रत हो तो भंडारे की सब्जी फ्रिज में रख लें दूसरे दिन उड़ाएं, लेकिन यू ट्यूब के विज्ञापनों की तरह स्किप न करें...क्योंकि यह देवताओं को भी दुर्लभ है, बाकी भोले नाथ जानें।
आप सभी भोले के भक्तों को सावन मास एवं अधिकमास की हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं।
हर हर महादेव..!!