हापुड़ में ऋषि दत्तात्रेय की तपोस्थली से नीम नदी को प्रवाहित करने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। नीर फाउंडेशन के द्वारा तैयार किए गए मॉडल से नीम नदी को पुनर्जीवित करने का अभियान गति पकड़ चुका है। इसी क्रम में शासन-प्रशासन के अधिकारियों सहित नीर फाउंडेशन से नदीपुत्र रमनकांत और ग्रामीण जन बड़ी संख्या में नीम नदी पुनर्जीवन अभियान से जुड़े और कोरोना विभीषिका के बीच भी प्रकृति को सहेजने के अनूठे प्रयास देखने को मिले।
हापुड़ जनपद के दत्तियाना गांव में नीम नदी के पुनर्जीवन का कार्य प्रारंभ किया गया। इस अवसर पर गढ़ मुक्तेश्वर के विधायक कमल सिंह मलिक, मंडलायुक्त मेरठ सुरेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी हापुड़ अनुज सिंह, सी0डी0ओ0 हापुड़ उदय सिंह, डी0एफ0ओ0 हापुड़, उपजिलाधिकारी, सिंचाई विभाग व लघु सिंचाई विभाग सहित संबंधित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। इसके साथ साथ नदीपुत्र रमन कांत त्यागी, युवा भाजपा नेता शुभम कौशिक सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन भी इस पुनीत अभियान का हिस्सा बने।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी अधिकारियों को नीम नदी उद्गम की एक लघु यात्रा कराई गई, इसके बाद नदी उद्गम हवन, पीपल के 100 पौधे लगाए गए, नदी सेवा संगोष्ठी आयोजित की गई तथा बड़ी संख्या में अधिकारियों के साथ ग्रामीणों ने श्रमदान किया। इस मौके पर युवा नेता शुभम कौशिक ने जानकारी देते हुए कहा,
"आज नीम नदी दत्तियाना गांव जिला हापुड़ में नदी को पुनर्जीवित का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। यह कार्य हमारे प्रदेश के विभिन्न शहर जोकि नदी जिन शहरों से निकलकर गुजरती है, उन शहरों के लिए आज बड़े गौरव का दिन है और मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह नदी कुछ ही समय में अपने पुराने अस्तित्व में पुनः लौट आएगी। इसके लिए मैं हार्दिक आभार करना चाहता हूँ बड़े भाई रमन कांत त्यागी जी का व मेरठ के मंडल आयुक्त आदरणीय सुरेंद्र सिंह जी, हापुड़ जनपद के जिलाधिकारी महोदय जी एवं सभी उन व्यक्तियों का जिन्होंने इस नदी सेवा में अपना योगदान किया। मैं भी अपने आपको सौभाग्यशाली समझता हूं कि नदी सेवा में मेरे द्वारा श्रमदान, वृक्षारोपण आदि किया गया और आगे भी यह अभियान इसी प्रकार जारी रहेगा।"